योग क्या है

योग से ही निरोगी शरीर प्राप्त हो सकता है: योग क्या है, योग के प्रकार, लाभ और सावधानियां

योग क्या है ?

योग क्या है ? एक ऐसा शब्द जो सुनते ही मन में शांति और स्वास्थ्य की छवि उभरती है। योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। यह शरीर, मन और आत्मा को एकजुट करने का एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है। योग के माध्यम से हम शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते हैं।

योग एक प्राचीन औषधि है जो हमारे शरीर और मनुष्य को स्वस्थ और शांति प्रदान करती है। योग का अर्थ है “एकीकरण” या “संयोग”। इसका मतलब यह है कि योग हमारे शरीर और आदमी को एक साथ लाता है, उन्हें एक साथ लाने का काम करता है। योग के माध्यम से हम अपने जीवन को स्वस्थ और सुखी बना सकते हैं।

योग: आरंभ और प्राकार

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योग की उत्पत्ति: योग की उत्पत्ति भारत में हुई थी। योग शब्द का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है। पतंजलि योगसूत्र, योग का सबसे प्राचीन ग्रंथ माना जाता है। योग का आरंभ हजार वर्ष पहले भारत में हुआ था। योग की शुरुआत ऋषि पतंजलि ने की थी, जिन्होनें “योग सूत्र” नामक ग्रन्थ लिखा था। योग के अनेक है, जैसे कि हठ योग, भक्ति योग, राज योग, कर्म योग, ज्ञान योग, कुंडलिनी योग, और बहुत से अन्य। हर प्रकार का योग अपने आप में एक अलग अनुभव और लाभ प्रदान करता है।

योग के प्रकार:

योग के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख प्रकार हैं:

  • हठ योग: यह योग का सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध प्रकार है। हठ योग में शारीरिक आसन, प्राणायाम, और ध्यान शामिल हैं।
  • कर्म योग: यह योग निःस्वार्थ कर्म करने पर आधारित है।
  • ज्ञान योग: यह योग आत्म-ज्ञान प्राप्त करने पर आधारित है।
  • भक्ति योग: यह योग ईश्वर के प्रति प्रेम और भक्ति पर आधारित है।

योग: स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण

योग का प्रमुख लाभ है कि ये हमारा शरीर और मनुष्य को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखता है। योग के नियम अभ्यास से हमारे शरीर की क्षमा बढ़ती है, मानसिक स्थिति सुधरती है और हमारा समय और तनव पर नियंत्रण रहता है। योग के अभ्यास से हमारे शरीर की रोगो से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और हमारे दिमाग की शक्ति और ध्यान बढ़ता है।

योग के लाभ: योग के अनेक लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख लाभ हैं:

  • शारीरिक लाभ: योग मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, लचीलापन बढ़ाता है, और शरीर को स्वस्थ रखता है। योग मधुमेह, हृदय रोग, और उच्च रक्तचाप जैसी कई बीमारियों को दूर करने में भी मदद करता है।
  • मानसिक लाभ: योग तनाव, चिंता, और अवसाद को कम करता है। योग मन को शांत और एकाग्र बनाता है।
  • आध्यात्मिक लाभ: योग आत्म-ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है और आत्मा को ईश्वर से जोड़ता है।

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योग से ठीक होने वाली बीमारियां:

यूं तो योग से ऐसी कोई बीमारी या व्याधि नहीं है जो ठीक नहीं हो सकती हो। योग होता है शरीर को ऐसे बदल देना जिससे कोई बीमारी होगी ही नहीं। योग के अभ्यास से हमारे शरीर में रक्त संचार सुधार जाता है, जिसके दिल से संबंध बीमारी, मधुमेह, उच्च रक्तछाप, और किसी रोग का खतरा कम हो जाता है। योग के अभ्यास से हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमा भी बढ़ती है, जिसे हमें सर्दी-जुकाम, एलर्जी, और अन्य संक्रमण रोगो से बचने की शक्ति मिलती है।

योग कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है, जिनमें से कुछ प्रमुख बीमारियां हैं:

  • मधुमेह
  • हृदय रोग
  • उच्च रक्तचाप
  • गठिया
  • अनिद्रा
  • तनाव
  • चिंता
  • अवसाद
  1. मधुमेह: मधुमेह के लिए योग बहुत लाभदायक होता है। योग के अभ्यास से शरीर में इंसुलिन का स्तर नियंत्रित होता है और मधुमेह के लक्षण कम हो जाते हैं।
  2. दिल से संबंध बीमारी: योग के अभ्यास से दिल से संबंध बीमारी का खतरा कम हो जाता है। योग के प्राणायाम और आसन से दिल की धड़कन नियमित होती है और रक्त संचार सुधर जाता है।
  3. तनव और चिंता: योग के अभ्यास से तनव और चिंता से निजात मिलती है। योग के ध्यान और ध्यान के अभ्यास से दिमाग शांत होता है और हमारा मन शांत रहता है।
  4. अस्थमा: योग के अभ्यास से अस्थमा में आराम मिलता है। योग के प्राणायाम से सांस लेने की आदत बढ़ती है और अस्थमा के लक्षण कम हो जाते हैं।

योग कब नहीं करना चाहिए

योग के अभ्यास को कुछ अवस्था में नहीं करना चाहिए:

  1. गर्भवस्था: गर्भवती महिलाओं को योग के अभ्यास से बिल्कुल बचना चाहिए। इससे गर्भपत का खतरा हो सकता है।
  2. रक्तप्रवाह रोग: रक्तप्रवाह से जुड़े रक्तस्त्राव, गर्भनिरोधक गोलियां लेने वाली महिलाओं को योग के अभ्यास से बचना चाहिए।
  3. शरीरिक दुर्बलता: अगर किसी व्यक्ति को शारीरिक दुर्बलता है या किसी बीमारी की वजह से शरीर कमजोर है, तो योग के अभ्यास को कम या बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

योग करते समय सावधानियां:

योग के अनेक लाभ हैं और यह कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। योग करते समय कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए।

  • योग हमेशा योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में ही करें।
  • योग करते समय अपनी क्षमता का ध्यान रखें।
  • योग करते समय धीरे-धीरे और धैर्य से काम लें।
  • योग करते समय शरीर को आराम दें।
  • योग करते समय सांस लेने पर ध्यान दें।

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योग: हर व्यक्ति के लिए

योग हर व्यक्ति के लिए लाभदायक है, चाहे वो बच्चा हो, युवा हो, या बुजुर्ग हो। योग के अभ्यास से हमारे शरीर और मनुष्य दोनों स्वस्थ रहते हैं। योग के अभ्यास को नियम से करना चाहिए और एक योग गुरु के निर्देश में ही करना चाहिए। योग हमारे जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बनाता है और हमारा शरीर और मनुष्य को निरोगी रखता है। योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्राप्त करने का एक उत्तम तरीका है। हमे आशा है आपको ये जानकारी पसंद आई होगी। आप अपने विचार कमेन्ट बॉक्स मे लिख कर हम तक पहुँच सकते है।

ओम तत्सत ।। ओम गुरुजी।।